रागं: नादनामक्रिय/नादनामक्रिय
15 मायमालव गॊव्ल जन्य
आ: स रि1 ग3 म1 प द1 नि3
अव: नि3 द1 प म1 ग3 रि1 स नि3
तालं: आदि
पल्लवि
ए तीरुग ननु दय चूचॆदवो, इनवंशोत्तम रामा
ना तरमा भव सागरमीदनु, नलिन दलेक्षण रामा ॥ ए तीरुग ॥
चरणं 1
श्री रघु नंदन सीता रमणा, श्रितजन पोषक रामा
कारुण्यालय भक्त वरद निनु, कन्नदि कानुपु रामा ॥ ए तीरुग ॥
चरणं 2
क्रूरकर्ममुलु नेरक चेसिति, नेरमुलॆंचकु रामा
दारिद्र्यमु परिहारमु सेयवे, दैव शिखामणि रामा ॥ ए तीरुग ॥
चरणं 3
वासवनुत रामदास पोषक वंदन-मयोध्य रामा
दासार्चित माकभय-मॊसंगवे दाशरथी रघुरामा ॥ ए तीरुग ॥
चरणं 4
गुरुडवु ना मदि दैवमु नीवनि गुरुशास्त्रंबुलु रामा
गुरुदैवंबनि यॆरुगक तिरिगॆडु क्रूरुडनैतिनि रामा ॥ ए तीरुग ॥
चरणं 5
निंडिति वी वखिलांड कोति ब्रह्मांडमुलंदुन रामा
निंडुग मदि नी नाममु दलचिन नित्यानंदमु रामा ॥ ए तीरुग ॥
चरणं 6
वासव कमल भवासुरवंदित वारधि बंधन रामा
भासुर वर सद्गुणमुलु कल्गिन भद्राद्रीश्वर रामा ॥ ए तीरुग ॥
चरणं 7
मुरिपॆमुतो ना स्वामिवि नेवनि मुंदुग तॆल्पिति रामा
मरुवक इक नभिमानमुन्चु ने मरुगुजॊछितिनि रामा ॥ ए तीरुग ॥
ए तीरुग ननु दय चूचॆदवो, इनवंशोत्तम रामा
ना तरमा भव सागरमीदनु, नलिन दलेक्षण रामा