| English | | Devanagari | | Telugu | | Tamil | | Kannada | | Malayalam | | Gujarati | | Odia | | Bengali | | |
| Marathi | | Assamese | | Punjabi | | Hindi | | Samskritam | | Konkani | | Nepali | | Sinhala | | Grantha | | |
सम्पूर्ण विश्वरत्नम् सम्पूर्णविश्वरत्नं खलु भारतं स्वकीयम् । सर्वोच्च पर्वतो यो गगनस्य भाल चुम्बी । क्रोडे सहस्रधारा प्रवहन्ति यस्य नद्यः । धर्मस्य नास्ति शिक्षा कटुता मिथो विधेया । सम्पूर्णविश्वरत्नं खलु भारतं स्वकीयम् ।
|