अन्नमय्य कीर्तन नवरसमुलदी नलिनाक्षि
रागं: देसि आ: स रि2 म1 प द1 नि2 स अव: स नि2 द1 म1 ग2 रि2 स तालं: आदि पल्लवि नवरसमुलदी नलिनाक्षि । जवकट्टि नीकु जवि सेसीनि ॥ (2.5) चरणं 1 शृंगार रसमु चॆलिय मॊकंबुन । संगति वीररसमु गोल्ल । (2) रंगगु करुणरसमु पॆदवुलनु । (2) अंगपु गुचमुल नद्भुत रसमु ॥ नवरसमुलदी नलिनाक्षि.. (प..)(1.5) चरणं 2 चॆलि हास्यरसमु चॆलवुल निंडी । पलुचनि नडुमुन भयरसमु । (2) कलिकि वाडुगन्नुल भीभत्समु । (2) अल बॊम जंकॆनल नदॆ रौद्रंबु ॥ नवरसमुलदी नलिनाक्षि.. (प..)(1.5) चरणं 3 रति मरपुल शांतरसंबदॆ । अति मोहमु पदियवरसमु । (2) इत्वुग श्रीवेंकटेश कूडितिवि । (2) सतमै यीपॆकु संतोस रसमु ॥ नवरसमुलदी नलिनाक्षि । जवकट्टि नीकु जवि सेसीनि ॥ (2.5)
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