अन्नमय्य कीर्तन विनरो भाग्यमु
रागं: शुद्ध धन्यासि आ: ग2 म1 प नि2 प स अव: स नि2 प म1 ग2 स तालं: आदि पल्लवि विनरो भाग्यमु विष्णुकथ वॆनुबलमिदिवो विष्णुकथ ॥ (2.5) चरणं 1 आदि नुंडि संध्यादि विधुललो वेदंबयिनदि विष्णुकथ । (2) नादिंचीनिदॆ नारदादुलचे वीथि वीथुलने विष्णुकथ । (2.5) विनरो भाग्यमु... (1.5) चरणं 2 वदलक वेदव्यासुलु नुडिविन विदित पावनमु विष्णुकथ । (2) सदनंबैनदि संकीर्तनयै (2) वॆदकिनचोटने विष्णुकथ ॥ (1) विनरो भाग्यमु... (1.5) चरणं 3 गॊल्लॆतलु चल्ललु गॊनकॊनि चिलुकग वॆल्लि विरियायॆ विष्णुकथ । (2) इल्लिदॆ श्री वेंकटेश्वरु नाममु वॆल्लगॊलिपॆ नी विष्णुकथ ॥ (2.5) विनरो भाग्यमु विष्णुकथ वॆनुबलमिदिवो विष्णुकथ ॥ (2.5)
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