अन्नमय्य कीर्तन सतुलाल चूडरे
रागम्: सालन्गनाट आ: स रि1 म1 प द1 स अव: स द1 प ग3 रि1 स पल्लवि सतुलाल चूडरे श्रावणबहुलाष्टमि सकलाय नडुरेयि गलिगॆ श्रीकृषुडु । (2) चरणं 1 पुट्टेयपुडे चतुर्भुजालु शङ्खुचक्रालु यॆट्टु धरियिञ्चॆने यी कृष्णुडु । (2) अट्टॆ किरीटमु नाभरणालु धरिञ्चि यॆट्ट नॆदुट नुन्नाडु यी कृष्णुडु ॥ (2) सतुलाल चूडरे श्रावणबहुलाष्टमि सकलाय नडुरेयि गलिगॆ श्रीकृषुडु । (प..) चरणं 3 वच्चि ब्रह्मयु रुद्रुडु वाकिट नुतिञ्चगानु यिच्चगिञ्चि विनुचुन्ना(डीकृष्णुडु । मुच्चटाडी देवकितो मुञ्चि वसुदेवुनितो हॆच्चिनमहिमलतो यी कृष्णुडु ॥ सतुलाल चूडरे श्रावणबहुलाष्टमि सकलाय नडुरेयि गलिगॆ श्रीकृषुडु । (प..) चरणं 2 कॊद दीर मरि नन्दगोपुनकु यशोदकु इदिगो ता बिड्डाडायॆ नीकृष्णुडु । (2) अदन श्री वेङ्कटेशुडै यलमेल्मङ्ग(गूडि यॆदुटने निलुचुन्ना डीकृष्णुडु ॥ सतुलाल चूडरे श्रावणबहुलाष्टमि सकलाय नडुरेयि गलिगॆ श्रीकृषुडु । (प..)
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